News Desk :चारा घोटाले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की जमानत रद्द करने पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। लालू यादव के वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट में किडनी ट्रांसप्लांट का हवाला देते हुए कहा कि CBI लालू को दोबारा जेल भेजना चाहती है।
CBI के वकील ने इसका विरोध करते हुए कहा लालू यादव बैडमिंटन खेल रहे हैं। उनको जमानत देने का फैसला भी गलत था। सुनवाई के दौरान मैं यह साबित करूंगा। अब इस मामले में 17 अक्टूबर को सुनवाई होगी।
चारा घोटाला मामले में CBI ने 18 अगस्त को झारखंड हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया था।CBI ने याचिका में कहा है कि झारखंड हाईकोर्ट के जमानत के आदेश का आधार गलत है। लालू यादव ने सजा के मुताबिक समय जेल में नहीं बिताया है।सुनवाई से पहले मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा- हमें कोर्ट पर भरोसा है।
सजा की आधी अवधि पूरी करने के ग्राउंड पर कोर्ट ने दी थी बेल
दरअसल लालू यादव को झारखंड हाइकोर्ट ने सजा की आधी अवधि पूरी करने के ग्राउंड पर बेल दी थी. इसके बाद सीबीआई ने हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. सीबीआई ने लालू यादव की जमानत रद्द करने के लिए अपनी याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने की मांग की थी. सीबीआई ने अपनी याचिका में यह भी कहा था कि लालू प्रसाद यादव को कई मामलों में कम सजा मिली है. ऐसे में उन्हें जो भी सजा कोर्ट ने दी है, उसे भुगतनी चाहिए. दूसरी ओर लालू यादव की ओर से सीबीआई की मांग का विरोध किया गया है.
चार कोषागार से धोखाधड़ी से पैसे निकालने से संबंधित घोटाले में दोषी हैं लालू
बता दें कि लालू यादव देवघर, दुमका और चाईबासा कोषागार से धोखाधड़ी से पैसे निकालने से संबंधित चार घोटाले में दोषी हैं. 2019 में उन्हें देवघर कोषागार मामले में जमानत मिल गयी थी. उन्हें चाईबासा कोषागार से फर्जी निकासी के दो मामलों में दोषी ठहराया गया था. चाईबासा कोषागार मामले में भी 9 अक्टूबर 2020 को हाइकोर्ट से लालू को इस आधार पर जमानत दे दी गयी थी कि उन्होंने सजा की आधी अवधि काट ली है.